बंद कमरा अक्सर कुछ छूटे हुए पल समेटे रखता है बंद कमरा अक्सर कुछ छूटे हुए पल समेटे रखता है
एक तूफान आया था सब कुछ तितर बितर करके चला गया है एक तूफान आया था सब कुछ तितर बितर करके चला गया है
बिखरने के बाद का सिमटा हुआ–सा मैं ‘था’ से लेकर ‘हूँ’ तक पूरा–का–पूरा जी लेता हूँ ख़ुद को ... बिखरने के बाद का सिमटा हुआ–सा मैं ‘था’ से लेकर ‘हूँ’ तक पूरा–का–पूरा जी ...
फागुन की छायी बहार है ,सब मिल खेलो रंग । हर सू बिखरा रंग केसरी ,मनवा हुआ मलंग फागुन की छायी बहार है ,सब मिल खेलो रंग । हर सू बिखरा रंग केसरी ,मनवा हुआ मलंग
पापा का सामान साथ में क्यूँ लाई है। साथ में क्यूँ लाई है वो मेडलों के हार, आँख में आँसू क्यूँ ... पापा का सामान साथ में क्यूँ लाई है। साथ में क्यूँ लाई है वो मेडलों के हार, ...
चल पाता है रिक्शा घर कि जब उसने जोर लगाया टूनटूनी कमर वजनी रिक्शा चर चर चर चर चर्राया चल पाता है रिक्शा घर कि जब उसने जोर लगाया टूनटूनी कमर वजनी रिक्शा चर चर चर चर ...